आदमी
आश्रय देने पर सिर चढ़ जाता है।
उपदेश देने पर मुड़कर बैठता है॥
आदर करने पर खुशामद समझता है।
उपकार करने पर अस्वीकार करता है॥
विश्वास करने पर हानि पहुंचाता है।
क्षमा करने पर दुर्बल समझता है॥
प्यार करने पर आघात करता है।
क्या यह चरित्र उचित है?
आदमी
आश्रय देने पर सिर चढ़ जाता है।
उपदेश देने पर मुड़कर बैठता है॥
आदर करने पर खुशामद समझता है।
उपकार करने पर अस्वीकार करता है॥
विश्वास करने पर हानि पहुंचाता है।
क्षमा करने पर दुर्बल समझता है॥
प्यार करने पर आघात करता है।
क्या यह चरित्र उचित है?